क्या आप अपने क्रेडिट कार्ड की क्रेडिट लिमिट बढ़ाना चाहते हैं, जान और यह जानना चाहते हैं कि आप अपने क्रेडिट कार्ड पर क्रेडिट लिमिट कैसे बढ़ाएं (how to increase credit limit on my credit card) , तो यहां हम आपको कुछ टिप्स बताएंगे जिनके आधार पर आप अपने क्रेडिट कार्ड की क्रेडिट लिमिट को आसानी से बढ़ा सकते हैं|
मगर इससे पहले आपको यह जानना भी जरूरी है कि आप अपने वर्तमान क्रेडिट कार्ड की लिमिट क्यों बढ़ाना चाह रहे हैं| कई बार क्रेडिट कार्ड की लिमिट बढ़ाने से हम कई फालतू के खर्चे के जाल में फंस जाते हैं तो दूसरी ओर बड़ी हुई क्रेडिट लिमिट हमें एक तरह से किसी बुरी स्थिति में कुछ अधिक पैसा खर्च करने के लिए सुविधा ओर सुरक्षा भी प्रदान करती है|
क्रेडिट कार्ड कंपनियों क्रेडिट लिमिट बढ़ाने से पहले कई बातों का ध्यान रखती है इनमें से कुछ बातों को अगर आप सही तरीके से पालन करते हैं तो यह आपके क्रेडिट कार्ड लिमिट बढ़ाने में बहुत ही सहायता करती है|
इससे पहले कि हम आपको कुछ महत्वपूर्ण टिप्स बताएं कि आप किस प्रकार अपने क्रेडिट कार्ड की लिमिट बढ़ा सकते हैं पहले हम यह जान लेते हैं कि क्रेडिट लिमिट क्या होती है और यह क्रेडिट कार्ड की लिमिट क्यों महत्वपूर्ण होती है|
क्रेडिट लिमिट क्या है ?
क्रेडिट लिमिट (Credit Limit) का मतलब होता है किसी क्रेडिट कार्ड पर आपको मिलने वाली खर्च करने की एक निश्चितम् सीमा. बैंक आपको एक लिमिट तय करके क्रेडिट कार्ड देता है ओर आप इस लिमिट से ज्यादा कार्ड का इस्तेमाल करके खर्च नहीं कर सकते हैं.
क्रेडिट सीमा और उपलब्ध क्रेडिट (Credit Limit vs. Available Credit) में फर्क होता है:
- क्रेडिट सीमा (Credit Limit): आपके क्रेडिट कार्ड पर यह वह अधिकतम राशि है जिसे आप अपने क्रेडिट कार्ड से खर्च कर सकते हैं ओर उसके बाद आप खर्च रकम का भुगतान करके फिर से क्रेडिट लिमिट वापस पा सकते है | बैंक आपके क्रेडिट स्कोर, आय और खर्च करने की आदतों को देखते हुए आपको एक निश्चित क्रेडिट सीमा देता है.
- उपलब्ध क्रेडिट (Available Credit): यह वह राशि है जो आप अभी अपने क्रेडिट कार्ड से खर्च कर सकते हैं अर्थात आपके कार्ड के क्रेडिट लिमिट में से खर्च रकम घटा कर बची रकम या क्रेडिट | इसमें आपकी क्रेडिट सीमा और आपके बकाया राशि (Outstanding Balance) दोनों शामिल होते हैं.
उदाहरण के लिए, मान लीजिए आपके क्रेडिट कार्ड की सीमा (Credit Limit)₹1,00,00 है और आपने ₹60,000 का सामान खरीदा (चार्ज किया), तो आपके पास खर्च करने के लिए अतिरिक्त ₹40,000 बचते हैं (उपलब्ध क्रेडिट- available credit limit). अब अगर आप ₹10,000 का भुगतान कर देते हैं, तो आपका बकाया राशि घटकर ₹50,000 हो जाएगा और आपके पास खर्च करने के लिए ₹50,000 उपलब्ध रहेंगे.
आपकी क्रेडिट सीमा आपके क्रेडिट स्कोर को कैसे प्रभावित करती है? How Credit Limits Affect Your Credit Score
आपकी क्रेडिट लिमिट का सीधा असर आपकी क्रेडिट स्कोर पर पड़ता है. क्रेडिट स्कोर एक महत्वपूर्ण बिंदु है जिसके आधार पर बैंक लोन देने से पहले आपके क्रेडिट स्कोर देखते है ओर यह निर्णय लेते हैं कि आपको लोन दिया जाए कि नहीं और अगर लोन देना है तो उसे लोन पर ब्याज की दर क्या होगी , इसलिए आपका क्रेडिट स्कोर महत्वपूर्ण हो जाता है |
क्योंकि आपका क्रेडिट उपयोगिता रेश्यो (Credit Utilization Ratio) आपके क्रेडिट स्कोर को निर्धारित करने में से एक महत्वपूर्ण फैक्टर है. क्रेडिट उपयोगिता रेश्यो का अर्थ है कि किसी भी समय आपका कुल क्रेडिट कार्ड का खर्च/ऋण उस कुल क्रेडिट सीमा का कितना प्रतिशत है, जो क्रेडिट लिमिट आपको बैंक ने आपके कार्ड पर दी है है.
यह अनुपात जितना कम होगा, उतना अच्छा रहता है. उदाहरण के लिए आपके क्रेडिट कार्ड की लिमिट ₹100000 है और आपने अपने क्रेडिट कार्ड से ₹30000 लगभग खर्च कर दिया है और आपका हर महीने लगभग इतना ही खर्च रहता है तो इस प्रकार आपकी जो क्रेडिट यूटिलाइजेशन रेशों जो है वह 30% है | क्रेडिट कार्ड यूटिलाइजेशन रेशों 30% या उससे कम, क्रेडिट कार्ड कंपनियों के लिए एक अच्छा संकेत होता है आपकी क्रेडिट स्कोर को डिसाइड करने के लिए| इसलिए अपने क्रेडिट कार्ड की यूटिलाइजेशन रेशों को आप कम से कम रखें|
क्या बैंक आपकी क्रेडिट कार्ड लिमिट को घटा बढ़ा सकता है |Can Bank Change Your Credit Limit?
जी बिल्कुल क्रेडिट कार्ड जारी करने वाली बैंक समय-समय पर आपके क्रेडिट कार्ड की हिस्ट्री के आधार पर क्रेडिट कार्ड की लिमिट को घटाया बढ़ा सकते हैं|
- सीमा बढ़ाना (Credit Limit Increase): यदि आप अपने क्रेडिट कार्ड के बिल का भुगतान हर महीने समय पर करते हैं, आपकी क्रेडिट कार्ड का जो लाइसेंस रेशों अच्छा रहता है, तो इससे आपका क्रेडिट स्कोर बढ़ जाता है और जिसके आधार पर बैंक आपके क्रेडिट लिमिट को बढ़ा सकता है
- सीमा घटाना (Credit Limit Decrease): तो वहीं दूसरी तरफ आप अपने क्रेडिट कार्ड का बिल समय पर भुगतान नहीं करते या आधा भुगतान करते हैं, या अपने क्रेडिट लिमिट को पूरा खर्च कर लेते हैं तो यह चीज आपके क्रेडिट स्कोर को प्रभावित करती हैं और हो सकता है कि बैंक आपकी क्रेडिट कार्ड की लिमिट को काम भी कर दे|
क्रेडिट स्कोर क्या है?
क्रेडिट स्कोर वह संख्या जो आपकी लोन लेने की छमता दर्शाता है | भारत में क्रेडिट कार्ड के स्कोर की, यह बताता है कि आप कितनी ईमानदारी से और समय पर अपने कर्ज चुका पाएंगे. यह स्कोर ऋण रिपोर्टिंग एजेंसियों (Credit Reporting Agencies) जैसे एक्सपीरियन (Experian), इक्विफैक्स (Equifax), और ट्रांसयूनियन (TransUnion) द्वारा इकट्ठी की गई जानकारी के आधार पर बनाया जाता है. ये एजेंसियां एक फॉर्मूला का इस्तेमाल करती हैं, जिसमें अलग-अलग कारकों को अंक दिए जाते हैं. ये कारक हैं:
- भुगतान इतिहास (Payment History): आपने अतीत में अपने क्रेडिट कार्ड बिल और लोन का भुगतान समय पर किया है या नहीं.
- बकाया राशि (Amounts Owed): आप पर इस समय कितना कर्ज है.
- क्रेडिट इतिहास की लंबाई (Length of Credit History): आप कितने समय से क्रेडिट का इस्तेमाल कर रहे हैं.
- क्रेडिट उपयोगिता (Credit Utilization): आप अपनी कुल क्रेडिट सीमा का कितना हिस्सा इस्तेमाल कर रहे हैं.
क्रेडिट सीमा महत्वपूर्ण है क्योंकि ये कई चीजों को प्रभावित करती है:
- आप कितना खर्च कर सकते हैं: आपके क्रेडिट कार्ड की सीमा जितनी ज्यादा होगी, आप उतना ही ज्यादा खर्च कर सकते हैं.
- आपका क्रेडिट स्कोर: आप अपनी क्रेडिट सीमा का कितना इस्तेमाल करते हैं, ये आपके क्रेडिट स्कोर को प्रभावित करता है. क्रेडिट उपयोगिता अनुपात (CUR) जितना कम होगा, आपका क्रेडिट स्कोर उतना ही बेहतर होगा. माना आपकी क्रेडिट सीमा 1 लाख रुपये है और आपने 30 हजार रुपये खर्च कर लिए हैं, तो आपका CUR 30% है, जो अच्छा माना जाता है.
- आपके लिए नए लोन या कार्ड मिलना: अच्छी क्रेडिट सीमा और कम क्रेडिट उपयोगिता अनुपात होने से भविष्य में लोन या नए क्रेडिट कार्ड मिलने की संभावना बढ़ जाती है.
12 तरीके-क्रेडिट कार्ड पर क्रेडिट लिमिट कैसे बढ़ाएं
- समय पर भुगतान करें: यह सबसे महत्वपूर्ण कारक है। अपने क्रेडिट कार्ड बिल का हमेशा पूरा भुगतान और समय पर करें. देर से भुगतान करने से आपके क्रेडिट स्कोर पर बुरा असर पड़ता है और भविष्य में सीमा बढ़ाने में मुश्किल हो सकती है.
- नियमित रूप से कार्ड का उपयोग करें: अपने क्रेडिट कार्ड का नियमित रूप से इस्तेमाल करें, लेकिन पूरी सीमा तक खर्च ना करें. बैंक यह देखना चाहते हैं कि आप जिम्मेदार ग्राहक हैं और अपनी सीमा का सही से उपयोग कर रहे हैं.
- क्रेडिट उपयोगिता अनुपात कम रखें: आपका क्रेडिट उपयोगिता अनुपात कुल क्रेडिट सीमा के مقابل उपयोग किए जा रहे क्रेडिट की मात्रा है. जितना कम अनुपात होगा, उतना अच्छा है. इसलिए इसे 30% से नीचे रखने का लक्ष्य रखें.
- सीमा बढ़ाने का अनुरोध करें: अधिकांश बैंक आपको ऑनलाइन या फोन द्वारा क्रेडिट सीमा बढ़ाने का अनुरोध करने की अनुमति देते हैं. वे आम तौर पर आपकी क्रेडिट रिपोर्ट पर एक सॉफ्ट पूछताछ करेंगे, जिससे आपके स्कोर पर कोई फर्क नहीं पड़ेगा.
- अच्छी सीमा वाले किसी अन्य व्यक्ति के कार्ड पर अधिकृत उपयोगकर्ता बनें: किसी अन्य व्यक्ति के क्रेडिट कार्ड पर अधिकृत उपयोगकर्ता के रूप में जोड़े जाने से आपको अपने क्रेडिट स्कोर को सुधारने में मदद मिल सकती है, खासकर यदि उनका क्रेडिट इतिहास अच्छा है और क्रेडिट उपयोगिता कम है. बस यह सुनिश्चित करें कि आप उस व्यक्ति पर भरोसा करते हैं और वे अपने बिलों का समय पर भुगतान करेंगे.
- अधिक सीमा वाले नए कार्ड के लिए आवेदन करें: यदि आप अपने क्रेडिट का जिम्मेदारी से उपयोग कर रहे हैं, तो आपको अधिक सीमा वाले नए कार्ड के लिए स्वीकृति मिल सकती है. हालांकि, सावधान रहें कि एक बार में बहुत सारे कार्ड के लिए आवेदन न करें, क्योंकि इससे आपका क्रेडिट स्कोर कम हो सकता है.
- नया कार्ड लेते समय अधिक सीमा के लिए बातचीत करें: जब आप नए क्रेडिट कार्ड के लिए आवेदन करते हैं, तो आप जारीकर्ता के साथ उच्च सीमा के लिए बातचीत करने में सक्षम हो सकते हैं. यह खासकर तब संभव है जब आपका क्रेडिट स्कोर और आय अच्छी हो.
- अपनी क्रेडिट रिपोर्ट को साफ रखें: सुनिश्चित करें कि आपकी क्रेडिट रिपोर्ट में कोई गलती ना हो. गलतियों से आपका क्रेडिट स्कोर कम हो सकता है और क्रेडिट सीमा बढ़ाना मुश्किल हो सकता है.
- अपनी क्रेडिट रिपोर्ट में किसी भी गड़बड़ी का विरोध करें: यदि आपको अपनी क्रेडिट रिपोर्ट में कोई गड़बड़ी मिलती है, तो क्रेडिट ब्यूरो के साथ विवाद करना सुनिश्चित करें.
- एक सुरक्षित क्रेडिट कार्ड पर विचार करें: यदि आपका क्रेडिट स्कोर खराब है या आपका कोई क्रेडिट इतिहास नहीं है, तो आप एक सुरक्षित क्रेडिट कार्ड प्राप्त करने पर विचार कर सकते हैं. सुरक्षित कार्ड के लिए आपको जमा राशि जमा करनी होती है जो आपकी क्रेडिट सीमा बन जाती है. यदि आप कार्ड का जिम्मेदारी से उपयोग करते हैं और अपने भुगतान समय पर करते हैं, तो आप एक निश्चित समय के बाद अधिक सीमा वाले असुरक्षित कार्ड में अपग्रेड हो सकते हैं.
- बैंक द्वारा सालाना बढ़ोतरी: ज्यादातर बैंक उन ग्राहकों को क्रेडिट सीमा में खुद-ब-खुद सालाना बढ़ोतरी देते हैं जो कार्ड को जिम्मेदारी से इस्तेमाल करते हैं.
- अपनी बड़ी आय का प्रमाण दिखाएं: बैंक उन ग्राहकों को उच्च क्रेडिट कार्ड सीमा प्रदान करते हैं जिनकी आय अधिक होती है.
- बैंक के साथ निवेश करें: बैंक तब क्रेडिट कार्ड सीमा बढ़ाने की पेशकश करते हैं जब आप बैंक के साथ निवेश करते हैं, जैसे फिक्स्ड डिपॉजिट खाता खोलना या बैंक द्वारा दिए जाने वाले अन्य वित्तीय उत्पादों में निवेश करना.